ब्रेन स्‍ट्रोक या दिमाग में खून जमने की समस्या, जाने इसके कारण लक्षण और उपाए|

खून का जमना या ब्रेन स्‍ट्रोक क्या है ?

 ब्रेन स्‍ट्रोक या दिमाग में खून जमना उसे कहा जाता है जब दिमागी कोशिकाएं कमजोर हो जाती हैं. और धमनियों में खून का थक्का जम जाता है।

 खून के जमाव को दिमाग का दौरा भी कहा जाता हैं और इस दोरे के दौरान मस्तिष्क की कोशिकाओं में ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से वो नष्ट होने लगती हैं जिस कारन इस हिसे का मस्तिष्क ढंग से कार्य करने में असमर्थ रहता हैं। जिससे ब्रेन स्‍ट्रोक या खून के जमाव की समस्या उत्पन होती है |

  • इस बीमारी में कई बार ऐसा भी होता है कि दिमाग में रक्त संचार बहुत तेज होने की वजह से इसकी नसे फट भी जाती है |
  • जब खून का जमाव होता है तो ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ता है और इसका असर सीधा जाकर हमारे शरीर पर पड़ता है और कई बार ये जमाव हमारी मौ-त का कारन भी बनता है |

ब्रेन स्‍ट्रोक के कारण क्या हैं :

  • डायबिटीज के कारण |
  • हाई बीपी |
  • हाई कोलेस्ट्रॉल |
  • दिल का रोगी |
  • मोटापे का कारण |
  • स्मोकिंग |
  • चिंतन |
  • एक्सरसाइज न करना |
  • काम मात्रा में मांसाहारी व उच्च वसायुक्त भोजन का सेवन |

सुझाव :

 यदि आप इस समस्या से जूझ रहे हैं तो बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना में हैं, तो यदि आपको परेशानी हैं मस्तिष्क से जुडी तो अच्छे न्यूरोलॉजिस्ट से सलाह जरूर ले |

लक्षण क्या हैं ब्रेन स्‍ट्रोक या खून जमाव के ?

 मुंह का तिरछा हो जाना।

  • दोनों हाथों का बेजान हो जाना।
  • जुबान का लड़खड़ाना
  • पैरालिसिस ब्रेन
  • अत्‍यधिक मेहनत करने या गुस्‍सा आने की समस्या |
  • दोनों या एक आंख में देखने में अचानक परेशानी होना।
  • अचानक चक्कर आना, चलने में परेशानी, संतुलन का बिगड़ना।
  • बिना कारण जाने अचानक गंभीर सिरदर्द ।

किन बातों का रखे ध्यान :

 नशीली चीजों के इस्तेमाल से बचे |

  • भोजन में वसा या चिकनाई युक्त चीजे कम ले |
  • वजन का ध्यान रखें |
  • डॉक्टर की सलाह ले और उनपर अमल करें |
  • सप्ताह में 5 दिन करीब 30 मिनट तक वर्कआउट जरूर करें।
  • तो वही इस खतरे को कम करने के लिए वयस्क पुरुष या महिला को संतुलित आहार व रेशेदार भोजन का सेवन करना चाहिए।

ब्रेन स्‍ट्रोक या खून के जमाव का इलाज :

 मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी को कारगर माना जाता हैं ब्रेन स्‍ट्रोक के इलाज में, क्युकि इस प्रक्रिया में रिट्रीवर स्टेंट डिवाइस को पेट एवं जांघ के बीच की जगह से रक्तवाहिनी में डाला जाता है और आर्टरी से होते हुए दिमाग तक पहुँचाया जाता है, जहाँ इसका उपयोग खून के थक्के को हटाने के लिए किया जाता है।

  • इसके इलाज के लिए किसी अच्छे न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर का चुनाव करें और इसके लक्षणों के हिसाब से ऐसा ही कोई हॉस्पिटल भी ढूंढे ताकि आपका इलाज अच्छे से हो सके |

निष्कर्ष :

 अंततः आपसे यही कहना होगा कि अगर इस बीमारी से जुड़े कोई भी लक्षण आपमें नज़र आए तो बिना समय गवाए इसका इलाज करवाए और इसके इलाज के लिए लुधियाना में Neurociti Hospital का चुनाव करे।

क्युकि ये चिकित्सालय इस बीमारी के लिए काफी अच्छा माना जाता हैं और वहीं इस बीमारी के अनुभवी चिकित्सक Dr. Rajinder Singh, Dr. S.k Bansal, Dr Vikesh Gupta से जरूर मिले और अपनी परेशानी का हल पाए।  क्युकि इस हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने अभी तक ब्रेन स्‍ट्रोक के काफी मरीज़ो का इलाज कर उन्हें आराम दिलवाया हैं |

 

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    न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना: आज के इस विषय में हम बात करेंगे की कैसे लोग अधिक चिंतन की वजह से माइग्रेन जैसी बड़ी बीमारी का सामना करते है,और कैसे वो डॉक्टर की मदद से खुद को इस बीमारी से बहार निकालने में सफल हो पाते हैं |

    माइग्रेन होता क्या हैं….

    • माइग्रेन को हम आम भाषा में एक प्रकार का तेज सिरदर्द भी कह सकते हैं।
    • यह घबराहट, उल्टी, तेज़ प्रकाश और आवाज़ के प्रति संवेदनशीलता जैसे लक्षणों के साथ भी हो सकता है।
    • बता दे कि कई लोगों को यह दर्द सिर के एक तरफ ही महसूस होता है।
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि माइग्रेन या सिरदर्द अक्सर युवावस्था में शुरू होता है और 35 से 45 वर्ष की आयु के लोगों को सबसे अधिक प्रभावित भी करता है।

    यहाँ पर ये भी गौरतलब है की माइग्रेन समान्य सिर दर्द से काफी अलग होता है, क्युकि इसमे जो दर्द होता है वो काफी तेज होता है, और कभी-कभी बर्दाशत से बाहर भी हो जाता है। जैसे-

    कुछ लोगों को हर हफ्ते एक से ज्यादा बार ये होता हैं, जबकि अन्य को कभी-कभार ही ऐसा होता हैं। बता दे कि वैश्विक अध्ययनों से पता चला है कि दुनिया की लगभग 1% आबादी को क्रोनिक माइग्रेन होने की संभावना हो सकती है।

    लक्षण क्या हैं माइग्रेन के….

    • बता दे की प्रकाश, आवाज या गंध के प्रति संवेदनशील होना
    • थकान महसूस होना
    • भोजन की लालसा या भूख की कमी होना
    • मनोदशा में बदलाव आना
    • ज्यादा प्यास लगना
    • कब्ज या दस्त की परेशानी होना

    अब हम जानेगे की माइग्रेशन होता क्यों हैं….

    माइग्रेन के कारण को साफतौर पर पता नही लगाया जा सकता है। लेकिन हां ये दिमाग में होने वाले बदलाव के कारण हो सकता हैं और हा आनुवंशिक विशेषताओं में भी अटैक आने का एक कारण हो सकता हैं, क्योंकि परिवार का इतिहास होना माइग्रेन का एक सामान्य जोखिम कारक है। माइग्रेन से पीड़ित अधिकांश लोगों को अचानक ही अटैक आता है और फिर उससे लोगो को काफी परेशानी भी होती हैं जिसका सामना करना मुश्किल सा हो जाता है और कुछ दिमाग से जुडी नसों को भी काफी हद तक बारीकी से जोख़िम भी पहुँचता हैं जैसे-

    • नर्वेस कोम्युनिकेशन
    • रसायनों का संतुलन
    • रक्त वाहिकाएं

    अब कुछ लोगो के दिमाग में ये बात भी आ रही होगी कि माइग्रेन का कोई इलाज है या नहीं…..

     माइग्रेन का कोई पक्का इलाज तो नही है, लेकिन हा इसके लक्षणों का इलाज कर हम इसे काबू मे रख सकते है और लक्षणों के बारे में हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं |

    • दूसरा डॉक्टर से सही सलाह ले और अक्सर उनके सम्पर्क मे रहे ताकि आपको काफी सहायता मिल सके |

    माइग्रेन से खुद का बचाव कैसे करें….                        

    • माइग्रेन के ट्रीगर को पहचाने जैसे की कब दर्द शुरु होता है और किस स्थिति मे यह तेज हो जाता है।
    • तनाव ना ले और अपने दिमाग को तनावमुक्त रखे और बेहतरीन तरीके से नींद ले।
    • नशे वाले पदार्थ से जितना हो सके दूर रहे।
    • प्रतिदिन योग करे और ध्यान लगाए, शुरुआत आप कुछ मिनट से भी कर सकते है लेकिन इसे निरंतर दिनचर्या मे शामिल जरूर करे।
    • सर मे किसी तरह का दर्द कई दिनो तक रहे तो डॉक्टर से जरूर सम्पर्क करे।
    • खुद को हाईड्रेट रखे, पानी की कमी बिल्कुल भी ना होने दे।

    निष्कर्ष….

    जैसेकि हमने माइग्रेन से जुड़ी तकरीबन बातें आपके साथ सांझी की और अगर आपको थोड़ा भी अगर माइग्रेन होने का अनुभव होता है तो अपने नज़दीकी डायग्नोस्टिक से संपर्क जरूर करे या फिर लुधियाना में बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट या न्यूरोसिटी अस्पताल में जरूर एक बार जाए ताकि आपको आपकी परेशानी का समाधान आसानी से मिल सके||

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      Let’s embark on the journey to know the need for neurosurgery treatment

      Neurological treatment?

      Hearing the term ‘neuro problem’ often creates a dreadful sight among patients. There are different questions that occur in the patient’s mind and thoughts on what to do or how to handle the situation. The visit to the Neurologist in Ludhiana is common among patients who suffer from a brain tumor or any other major neurological disorders.

      Well, it’s not just the neuro health alone, but if it triggers problems with the spine or other connecting parts, then its direct impact can be seen on brain well-being. So, it’s all about being careful all the time and taking important measures under the supervision of the doctor. Seeking treatment on time ensures that the overall well-being is able to get back to normal on time; otherwise, the situation can turn out to be worse. If there are any issues, then you should make a quick decision and visit one of the best Neuro Hospital in Ludhiana.

      How are neurosurgery and neurological treatment different?

      An individual diagnosed with health conditions linked to the nervous system might not require surgical treatment. When you consult the neurologist for a condition like a muscle spasm that makes your head jerk, speech becomes slurred, or eyes twitch, then you are suggested certain medications to balance the situation. Additionally, there’s a possibility some of the symptoms that occur with the same are linked to the issue of tumors or other severe conditions. Therefore, the medical supervision of the best health expert is extremely essential.

      Neurosurgery incorporates the pain management treatment

      No two people are the same, and it’s not possible the reason for pain between 2 people will be the same. The only thing is that the reason behind pain might be linked to nerve inflammation, like trigeminal neuralgia. The pain occurs when you smile, brush your teeth, chew food, apply makeup, wash your face, and do any other kind of normal activity. For the situation with mild problems, the doctor suggests pain medications to ensure the problem does not get any worse with time.

      However, there are two sides to a story, and the same happens with pain. In some cases, the pain can occur due to severe blows to the head or an injury. Such conditions can lead to stroke or severe problems that make it tough for the person to enjoy a normal life. Therefore, it’s important that you get medical assistance from the neurosurgeon on time to handle the situation effectively and seek treatment to balance out everything.

      Headache – Are these alone the sign of a life-threatening condition?

      Headaches are common, but these need to be treated on time; otherwise, they can pose serious health concerns. Sometimes it can occur due to a car crash, injury, or any other severe problem. In such cases, the neurosurgeon performs a procedure to remove the blood clot so that the blood supply does not get affected by any chance.

       

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        4 tips to get the expertise of the best neurosurgeon for your health

        Don’t get the neurological care

        One of the studies conducted by WHO has shown that around 80% of cases are due to neurological conditions. Usually, many people don’t show any symptoms of neurological conditions. Being mindful of well-being and visiting the top-rated neurosurgeon at the Neuro Hospital in Ludhiana is crucial.

        For the well-being of your neuro condition, you must get the entire state evaluated effectively under the supervision of experts. If you are dealing with a skeletal or muscular problem, then make sure to find the reputed and Best Neuro Consultants in Ludhiana. To find the neurosurgeon, you should consider the given tips mentioned below.

        Tips for finding the best neurosurgeon

        Tip 1: Get suggestions from the insurance carrier
        To begin the research, it’s better that you have a chat with the insurance carrier you know. Seeking assistance from the best Neurologist in Ludhiana helps you to know better about the necessary regulations and other important factors required to be followed. The insurance carriers are well-aware of the neurosurgeon in this field to ease the entire process.

        Tip 2: Schedule initial consultation
        It’s important to schedule the initial consultation with the neurosurgeon to get better clarity about the approach used by the doctor. The face-to-face initial consultation will help to tell better about the problem. Additionally, you can ask in detail about the procedure and what approach needs to be followed next. Additionally, you should have a proper look at the testimonials or reviews shared by the patients to better understand the neurosurgeon’s skills.

        Tip 3: Comfort in making a communication
        It’s important to be comfortable while communicating with the doctor. During the initial consultation, it’s better to look for someone else if it does not seem that way. It is the doctor’s responsibility to talk about the concerns and issues. If the doctor is hesitant to answer your questions, you better look for someone else. To better understand the neurosurgeon’s experience, you should check the reviews on websites or search engines.

        Tip 4: Hospital facilities are important
        The hospital facilities are extremely crucial. So, ensure that you check the availability of all the latest and advanced treatment options at the hospital. This would make it much easier for you to check that the hospital provides the best options to diagnose the problem and perform further treatment plans accordingly. It’s important to check every minute of information to ensure your treatment is effective for your overall well-being.

        Final word

        Here are some important tips that will make it easier for you to select the best neurosurgeon for your well-being. In case you are looking for one, then visit Neurociti Hospital. We have an experienced, board-certified, and skilled team of neurosurgeons.

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          How Do Omega-3 Fatty Acids Affect The Development Of The Brain?

          Fish oil is one of the most prominent over-the-counter supplements for fatty fish such as anchovies, sardines, salmon, and mackerel.

          Generally, fish oil contains two main types of omega-3 fatty acids in it:

          1. Docosahexaenoic acid (DHA)
          2. Eicosapentaenoic acid (EPA)

          They are well known for providing better heart health and also provide skin benefits.

          But did you know that consuming fish oil can also be very beneficial for your brain, especially if you suffer from mild memory loss or depression?

          In this blog, we will focus on how omega-3 fatty acids in fish oil can help the health of your brain and mental aspect, according to the Neurologist in Ludhiana.

          What Is Omega-3 Fatty Acids Fish Oil?

          Omega-3 fatty acids are basically polyunsaturated fats responsible for most mental and brain health benefits.

          There are two types of omega-3 fatty acids that fish oil generally contains: EPA and DHA.

          Besides that, both fatty acids are also elements of the cell membrane. It has powerful anti-inflammatory functions within the body. These fatty acids are also known for their essential role in human development and heart health.

          If we look at the human diet, we will notice that you can exclusively find omega-3 fatty acids in fatty fish or fish oil. However, most people do not consume the recommended amount of fish to gain the right amount of omega-3 fatty acids in the body. They do not have enough EPA and DHA in their diet.

          The body can make EPA and DHA from another omega-3 known as alpha-linolenic acid (ALA). You can find ALA in a number of other food sources, such as flaxseeds, walnuts, canola oil, chia seeds, soybean oil, and soybean.

          But it is impossible for humans to convert their ALA to EPA or DHA efficiently.

          Hence, you must take Omega 3 Capsules to contribute a good amount of EPA and DHA in your body even if you do not or are unable to consume much fish in your diet.

          How Does Omega-3 Affect Your Brain?

          According to the experts from a Neuro Hospital in Ludhiana, omega-3 fatty acids such as EPA and DHA are essential for the development and functioning of the normal brain throughout this phase of life.

          In fact, EPA and DHA play an important role in developing the baby’s brain. In fact, according to the doctors of best IVF centre in Punjab pregnant women intaking a high amount of fish or fish oil with a larger number of babies being intelligent and a higher score in brain function from early childhood.

          Apart from that, these fatty acids are also helpful in maintaining the function of the normal brain throughout life.

          When we feed people a diet that does not contain omega-3 fatty acids, the amount of DHA in their brains decreases, creating a deficit in learning and memory.

          In older people, the low number of DHA in the blood is directly associated with smaller brain sizes. It is a sign of brain aging.

          Overview

          Contact Neurociti Hospital to get further information on brain function and how you can improve it.

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            क्या है ब्रोंकोस्कोपी ? जाने कैसे करती है यह एक व्यक्ति को आसानी से साँस लेने में मदद
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            Neuro care: Most common signs that require you to consult a neurologist

            Neuro care: The care that you should not neglect

            Do you have someone in your known struggling with poor neuro health? Indeed! When it comes to the brain and nervous system, you should be mindful and consult the doctor for a detailed neurological examination. When you visit the Neuro Hospital in Ludhiana, the doctor will give you the treatment plan based on your specific condition by thoroughly checking the spinal cord and brain along with different muscles and nerves.

            Neurological conditions are of different types, so you must consult a medical expert without delay. Some of the common conditions are Epilepsy, stroke, multiple sclerosis (MS), and Parkinson’s disease. Now, if you are wondering which symptoms require you to schedule an appointment with one of the Best Neurology Consultants in Ludhiana, then the blog will help you understand.

            Signs or reasons that tell to consult a neurologist

            When you initially visit the neurologist for a detailed examination, he carefully analyzes what’s wrong by performing several tests. Based on test results, there’s greater ease to differentiate and point toward the specific cause of poor neuro health. Some of the common signs that points toward poor neuro health are:

            Sign 1: Chronic pain

            Do you have chronic pain all the time? In that case, it’s essential that you get proper management and do not delay consulting a neurologist. The doctor’s assistance will guide you towards the right step to ease the symptoms from getting any worse.

            Sign 2: Severe or chronic headache

            Migraine headache is another common concern that requires consulting a neurologist. Bear in mind that if the situation is neglected for a longer period, then there are high chances for the situation to worsen with time.

            Sign 3: Dizziness

            Dizziness or vertigo is another concern that tells your neuro health is having difficulties. So, if you have this rapid feeling of spinning, then consult the neurologist. Sometimes, the condition might be the reason for serious health concerns.

            Sign 4: Tingling or numbness

            Do you feel numbness or tingling sensation on the side of the body? Or Do you feel the sensation come all of a sudden? There are high chances of the situation pointing toward stroke. So, make sure that you take prompt action.

            Sign 5: Trouble with movement

            Do you have problems with your bodily movement? Like do you notice the symptoms:

            • Problem walking
            • Tremors
            • Feet shuffling
            • Unintentional jerks

            Don’t ignore any of the given symptoms as these point toward problems with the nervous system. So, you should make an informed decision.

            Sign 6: Confusion or memory problem

            Sometimes, the person can have trouble with their memory which means forgetting things or not being able to recognize their loved ones. Moreover, the person can go through personality changes or mix up words that are not even right. With all these signs, there’s the possibility of experiencing Alzheimer’s disease.

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              क्या है ब्रोंकोस्कोपी ? जाने कैसे करती है यह एक व्यक्ति को आसानी से साँस लेने में मदद
              HindiNeuroNeurology

              क्या है ब्रोंकोस्कोपी ? जाने कैसे करती है यह एक व्यक्ति को आसानी से साँस लेने में मदद

              • November 27, 2024

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              न्यूरोसिटी हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर विकेश गुप्ता ने अपने यूट्यूब चैनल…

              नींद संबंधी विकार यानी स्लीप डिसऑर्डर किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर सकता है ?
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              How does traumatic brain injury affect the overall well-being?

              Traumatic Brain Injury

              The brain working is complex, and everything is connected. Additionally, a traumatic injury can have highly problematic effects on the body. With TBI, you need prompt care from one of the Best Neuro Hospital in Punjab. It’s all about knowing the desired effect, be it mild or severe. With this condition, the individual’s brain and bodily function are highly affected.

              Symptoms of Traumatic Brain Injury

              The symptoms of TBI vary from person to person. It means how severe you had the injury leads to physical, sensory, and cognitive issues; everything can make the situation problematic. In all these conditions, various symptoms can occur which you should not avoid at any cost:

              Headache, fatigue, finger & toes numbness and weakness, seizures, fatigue, coordination loss, consciousness, blurred vision, light sensitivity, coma, unusual behavior, and inability to wake from sleep. Knowing about the long-term side-effects of TBI is essential as the situation can be more troublesome. If you notice spine-related problems, do not delay and consult the Neuro Spine Doctor in Ludhiana  for a personalized treatment plan.

               

              Long-term side effects of TBI

              As TBI increases the chances of long-term disability, you must be careful on all possible levels. Here are some of the most common long-term side effects of TBI:

              • Loss of employability

              With TBI, you need time to get to work regime or school life, which leads to a financial crisis. It’s like one thing can affect other situations negatively. Therefore, you need to be careful on all possible levels. The given state can affect functional health.

              • Loss of mobility

              The loss of ability can make driving, walking, or freely challenging, affecting brain injury. Therefore, it can result in permanent losses. The problem with motor skills can make it challenging to carry objects and clothes. So, make sure to avoid falls.

              • Basic functions have problem

              Problem with using utensils, swallowing, or difficulty with facial expressions. These struggle with held relationships and might create relationship problems in terms of family, friends, and romantic partners. Additionally, it can degrade the situation at all possible levels.

              The TBI’s long-term side effects can be adverse to life. The situation can be handled with the best possible treatment so the problem doesn’t worsen. You need to consult the neurologist for the proper treatment, therapy, and support.

              Seek on-time assistance for better results

              Proper care and treatment are possible ways of improving the overall quality of life. Therefore, knowing about everything is what leads to overall better health. Most importantly, the long-term side effects are managed on time as it’s pretty evident that traumatic brain injury increases the chances of having a permanent disability. Therefore, you should make a prompt decision. If you are looking for neurological care, schedule an initial consultation at Neurociti Hospital to properly manage the situation. If there’s any doubt on your mind then you should talk to the neurologist about the same.

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                क्या है ब्रोंकोस्कोपी ? जाने कैसे करती है यह एक व्यक्ति को आसानी से साँस लेने में मदद
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                क्या है ब्रोंकोस्कोपी ? जाने कैसे करती है यह एक व्यक्ति को आसानी से साँस लेने में मदद

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                Which are the major signs your child has a neurological disorder?

                Neurological disorders are common in children and adults. One of the major ones is seizure which occurs in children, and it’s imperative to seek medical assistance at the earliest. One of the patients named Aditya started having seizures at 2 years. In this blog, I will discuss the same to tell you better what all necessary measures should be taken if there is a childhood neurological disorder, and immediate assistance is all needed by visiting one of the known Neuro Hospital in Ludhiana.

                Patient’s Story: Case of Child Neurological Disorder

                Aditya started having seizures at the age of 2 years, and then he had a higher fever. Additionally, as the seizures to which the family understood that there is something wrong with his health. Aditya started having frequent seizures, which continued for the next six years. His parents were scared of what they had to do in getting the condition managed and how the situation needed to be dealt with.

                Initially, they started giving medications that did not make much difference in the situation. No doubt it helped here and there, but not a huge difference was seen. The parents decided to consult one of the best Neurologists in Ludhiana, who might help get the situation managed with ease and comfort.

                Initial consultation helped to understand better about the neurological disorder

                A neurological disorder is when the brain is not functioning like normal, including the muscle cells and nervous system. The disorders can be migraine headaches too, epilepsy, or it can have movement disorder. It’s possible that the condition can occur due to a serious infection or traumatic injury.

                As the doctor diagnosed his condition, it came to light that he had a rare inherited problem. To address the situation, the neurologist suggested performing surgery to ensure the underlying issue was treated as the main aim of the surgery is to remove the brain-damaged part, which leads to seizures. In the hope of doing so, his son’s situation will get better.

                Be mindful of the warning signs of neurological disorders

                The initial phase is the difficulty of seeking a medical specialist as the signs of the same are difficult to understand. To better understand the situation, it’s essential to be careful in noticing all the early signs. One of the red flags is if your child has lost the skills of talking, walking, or feeding themselves. Such a situation tells that your child needs the right medical assistance to make the situation get under control.

                Here are some of the warning signs of neurological disorder:

                • Abnormal muscle tone at birth
                • Seizures
                • Floppy baby
                • Decrease in developmental milestones
                • Subtle staring/unresponsive episodes
                • Slow language and motor skills

                Neurological disorders are better managed through the therapy

                Diagnosing the underlying cause is important for better understanding the situation. In this case, therapy is an important part of managing the situation. Here are some of the options which the doctor can suggest to the patients:

                • Occupational therapy
                • Speech therapy
                • Physical therapy

                Overall, the initial consultation with Paediatric Neurologist and diagnosis with proper treatment will make it easier to manage the situation.

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                  Neurologist Tips on, ‘What are the simple yet effective ways to avoid stroke?’

                  Taking all sorts of preventive measures is the ideal way of making sure the problem does not get worse. Such a preventive approach needs to be followed to prevent stroke. As it is one of the common conditions in which the brain working is reduced or interrupted. During this condition, the brain is not able to get the right amount of nutrients or oxygen. The problem demands attention because every year 1 person every 40 seconds gets a stroke. This condition needs immediate diagnosis and treatment from one of the Best Neurologist in Punjab. To reduce brain damage all the necessary measures have to be taken.

                  What are the different categories of stroke?

                  When you visit one of the Best Neuro Hospital in Ludhiana the neurologist will check what type of stroke you have:

                  • Ischemic stroke

                  • Hemorrhagic stroke

                  • Transient ischemic attacks

                  What is the way to prevent stroke?

                  Some of the best ways to prevent stroke are:

                  • Make sure to do exercise on time

                  If you do not exercise enough then there are increased chances of having health issues. Apart from stroke, there is the problem of obesity & high blood pressure. Make sure that you exercise for at least 40 minutes a day. Start slowly and then increase the pace. Moreover, it will help in breathing & even make the heart rate elevated.

                  • Follow a healthy diet

                  You have to keep your diet as healthy as possible as this way the chances of having a stroke are minimized. If your diet is not right then there will be a problem of overweight, obesity, and higher blood pressure. You must limit your salt intake and eat less potassium. It’s better to have the diet filled with all the essential fruits, vegetables, and healthy pulses.

                  • Keep blood pressure under control

                  You have to keep the blood pressure under control otherwise there is a risk of hemorrhagic stroke and ischemic stroke. Moreover, with age the chances of having a stroke. Studies have shown that even the individuals who had normal blood pressure until the age of 55 had a 90% chance of having a stroke. This is the reason it’s essential to make your diet proper in all ways. It’s better that you check your blood pressure at least once to reduce the chances of having a stroke.

                  • Keep control over high cholesterol

                  In case your cholesterol level is high then it’s better to keep it under balance. In such a case opt for healthy practices and eat healthy food options like vegetables, fruit, whole grain & lean meat. Substitute all the unwanted and unhealthy food options with healthy ones as this way the cholesterol will get under control.

                  Additional measures

                  • Do not smoke as it affects your entire body

                  • Take the necessary medications on time

                  Schedule your initial consultation

                  If your brain health does not feel fine or you think that you are at risk of having a stroke then better schedule an initial consultation with one of the experienced neurologists. If you are wondering what further steps to take then visit Neurociti Hospital.

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                    क्या है ब्रोंकोस्कोपी ? जाने कैसे करती है यह एक व्यक्ति को आसानी से साँस लेने में मदद
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                    Are you noticing a major change in your health? Reasons to consult a neurologist

                    Don’t you think, for the overall working of the body, you have to be careful and follow all the necessary measures given by the doctor? In many cases, people neglect their neuro health and don’t even know what signs tell them it is getting down. Consulting one of the best Neurologist in Ludhiana will give you a better insight into the situation and what further needs to be done. Let me tell you the reasons which are not known to everyone and even after knowing people don’t take it seriously.

                    Reasons you need to visit a neurologist

                    At the best Neuro Hospital in Punjab, you will be given a customized treatment plan depending on the diagnosis results and initial evaluation. Here is the breakdown of the reasons for which you have to consult the neurologist:

                    • Any sort of brain injury, stroke, or seizure

                    All these conditions are fatal and if you have had any of these, you have to be in touch with the neurologist all the time. These conditions are known for affecting the nervous system which can directly impact the entire body. They may impact your health slowly and gradually the problem will be more. However, not at any cost do you have to ignore these conditions.

                    • Problem with your balance

                    Sometimes, we slip down the stairs or miss one of the steps…We all think it happened by mistake. But if it is happening frequently then better get the doctor’s assistance. Your dizziness, faintness, or spinning need doctor assistance as they might point out something severe. In many cases, there is a problem with the feet and legs, or a person is diagnosed with Parkinson’s disease.

                    • Severe headache, Continuously

                    Headaches have various reasons like allergies, stress, caffeine, or hormones. No doubt having them occasionally is fine but if it’s severe and regular, you need to consult the neurologist.

                    With time, it might develop into a migraine and something as a serious neurological health condition. Sometimes the severe headache might occur due to an ear infection, so better get medical assistance for the same.

                    • Notice change in your vision

                    If your vision changes then no need to neglect that at any cost. You may have glaucoma, cataracts, and age-related macular degeneration. No doubt. With age the vision change is normal but if it is continuous then you have to get the doctor’s assistance.

                    Due to a stroke, the eyes might not get the necessary blood it needs and this will make your vision get blurred or you have double vision. You mustn’t ignore it at any cost.

                     Do you have any of the above-given problems?

                    Schedule the initial consultation at the earliest at Neurociti Hospital and Diagnostics Centre and don’t hide anything from the doctor as it is not going to do any benefit to you. Be clear and transparent in everything as the doctor asks you.

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