A brief note on stroke.

Stroke is a condition of the brain’s equivalent to a heart attack. It happens when there is an issue with the blood flow to part of your brain. It can occur when there is any blockage in the blood vessels because of bleeding in your brain. Strokes are a life-threatening emergency that needs immediate medical attention and are critical to prevent permanent damage or death. 

 

How do you define a stroke?

When there is insufficient blood supply to a portion of the brain, a stroke can occur, which is potentially fatal. Brain hemorrhage or a blocked artery are the most common causes of this. The brain cells in that region begin to die from a lack of oxygen when there is no consistent blood supply. There are different types of stroke. The best Neurologist in Punjab offers you appropriate treatment for the stroke. 

 

Common types of stroke 

  • Ischemic stroke: The most prevalent kind of stroke is this one. It occurs when the blood arteries in the brain are blocked or narrowed. Ischemia, or decreased blood flow, results from this. Fatty deposits that accumulate in blood arteries might result in blocked or constricted blood vessels. 
  • Hemorrhagic stroke: Hemorrhagic stroke occurs when a blood vessel in the brain leaks or ruptures. Bleeding inside the brain, known as a brain hemorrhage, can result from many conditions that affect the blood vessels.
  • Transient ischemic attack: A transient ischemic attack is a temporary period of symptoms similar to those of a stroke. A TIA is caused by a temporary decrease in blood supply to part of the brain. A transient ischemic attack is sometimes known as a ministroke.

 

What are the causes of the stroke? 

Different factors are responsible for the 

  • Atherosclerosis.
  • Clotting disorders.
  • Atrial fibrillation.
  • Heart defects.
  • Microvascular ischemic disease.
  • High blood pressure.
  • Brain aneurysms can sometimes lead to hemorrhagic strokes.
  • Brain tumors.
  • Diseases that weaken or cause unusual changes in blood vessels in your brain, such as moyamoya disease.

 

Symptoms of stroke. 

The symptoms of stroke can involve one or more of the following:

  • One-sided weakness or paralysis.
  • Aphasia.
  • Slurred or garbled speaking.
  • Loss of muscle control on one side of your face.
  • Blurred or double vision.
  • Loss of coordination.
  • Dizziness or vertigo.
  • Nausea and vomiting.
  • Neck stiffness.
  • Emotional instability and personality changes.
  • Confusion or agitation.
  • Seizures.
  • Memory loss.
  • Headaches.
  • Passing out or fainting.
  • Coma.

 

What are the treatment plans for stroke? 

The treatments for stroke are divided into Acute and long-term care. 

 

Acute treatment: 

  • Clot-Busting Drugs: If a blood clot is the source of the stroke, intravenous administration of medications
  • Mechanical Thrombectomy: In certain situations, an automatic operation may be necessary to remove huge clots.
  • Blood Pressure Management: Excessive blood pressure must be controlled to stop additional brain damage after a stroke.

 

Management and Rehabilitation in the Long Run:

  • Medication: Medication to control risk factors such as high blood pressure, high cholesterol, and diabetes is administered, depending on the kind and cause of the stroke.
  • Physical therapy: Recovery from a stroke requires rehabilitation. Mobility, coordination, and muscle strength can all be enhanced with physical therapy.
  • Psychological Support: People who have survived a stroke may struggle with anxiety, depression, or other emotional issues. 
  • Surgical Interventions: To treat underlying disorders that raise the risk of stroke, surgical operations are required. One such surgery is a carotid endarterectomy, which removes plaque buildup from the carotid arteries.

Nowadays, neurological problems are widespread because of different reasons. To treat the stroke, contact the best Neurosurgeon in Ludhiana at the Neurociti Hospital.

Send Us A Message

    इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस के बीच क्या है नैदानिक अंतर ?
    meningitis

    इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस के बीच क्या है नैदानिक अंतर ?

    • November 16, 2024

    • 92 Views

    इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस सूजन संबंधी स्थितियां होती है | हालांकि इन्सेफेलाइटिस मस्तिष्क…

    ब्रेन ट्यूमर क्या होता है, यह कितने प्रकार का होता है, इसके मुख्य लक्षण और कैसे किया जाता है उपचार ?
    Brain Tumor

    ब्रेन ट्यूमर क्या होता है, यह कितने प्रकार का होता है, इसके मुख्य लक्षण और कैसे किया जाता है उपचार ?

    • November 9, 2024

    • 374 Views

    आज के समय में दुनियाभर में ब्रेन ट्यूमर के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते…

    तेज़ी से बढ़ रहा है डेंगू की बीमारी का प्रकोप, जाने कैसे रखें अपने बच्चों का ख्याल ?
    Neuro

    तेज़ी से बढ़ रहा है डेंगू की बीमारी का प्रकोप, जाने कैसे रखें अपने बच्चों का ख्याल ?

    • November 4, 2024

    • 284 Views

    बारिशों के बाद मच्छरों का कहर काफी तेज़ी से बढ़ने लग जाता…

    जानिए रीढ़ की हड्डी को कैसे मस्तिष्क संबंधी विकार के साथ जोड़ा जा सकता है ?

    रीढ़ की हड्डी की बात करें तो इसका सीधा संबंध हमारे दिमाग के साथ होता है, वहीं ये हड्डी बहुत सारी कोशिकाओं की मदद से आपके दिमाग तक बहुत सारे विचारों का आदान-प्रदान भी करती है। तो रीढ़ की हड्डी हमारे दिमाग के साथ क्या भूमिका निभाती है, इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;

    रीढ़ की हड्डी का दिमाग के साथ कैसे घनिष्ठ संबंध है !

    • रीढ़ के हड्डी की बात करें तो इसका संबंध हमारे दिमाग के साथ सीधा होता है, क्युकी रीढ़ की हड्डी में भी छोटा सा दिमाग होता है जो हमे किसी भी जगह पर गिरने से बचाता है। 
    • मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी आपके शरीर का केंद्रीय तंत्रिका तंत्र है। मस्तिष्क आपके शरीर के लिए कमांड सेंटर है, और रीढ़ की हड्डी मस्तिष्क द्वारा शरीर को और शरीर से मस्तिष्क तक भेजे गए संदेशों का एक मार्ग है।
    • मानव मस्तिष्क की तरह ही रीढ़ की हड्डी में भी तीन भाग होते है। इसे हम छोटे-छोटे पतले पर्दे के रूप में देख पाते है। मतलब बहुत कुछ एक समान होता है रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क में। 
    • इसके अलावा कई दफा आपने देखा भी होगा कि कुछ लोगों को रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाती है जिसकी वजह से वो ठीक से बोल नहीं पाते या बोलना कुछ चाहते है और मुंह से आवाज कुछ और ही निकल जाती है। 

    रीढ़ की हड्डी का दिमाग के साथ संबंध कैसे होता है इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट का चयन करना चाहिए।

    रीढ़ की हड्डी को स्वास्थ्य रखने के लिए किन बातों का ध्यान रखें ? 

    • रीढ़ की हड्डी को मजबूत रखने के लिए हरी सब्जियों का सेवन करें। 
    • रीढ़ की हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए बेरीज (गोल, मुलायम, रस और छोटे फल है जो नीले, लाल, बैंगनी रंगो का समूह है) का सेवन करें, बेरीज में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते है, जो रीढ़ को मजबूत और स्वस्थ रखने में असरदार हो सकते है। 
    • रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने के लिए आप फिश ऑयल का सेवन भी कर सकते है, क्युकि फिश ऑयल में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो आपकी नसों को सुरक्षित रख सकता है, साथ ही यह विटामिन-डी का भी अच्छा स्त्रोत माना जाता है, जो आपकी हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।
    • नट्स का सेवन करके भी आप अपनी रीढ़ की हड्डी को मजबूती प्रदान कर सकते है। 
    • इसके अलावा आप रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने के लिए उसे भरपूर आराम दे, क्युकी पूरे दिन के काम के बाद इसे भी आराम की जरूरत होती है, इसलिए जरूरी है की आप रीढ़ को आराम देने के लिए अच्छे गद्दे और तकिए का इस्तेमाल करें। 
    • रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के लिए नियमित रूप से कोर एक्सरसाइज या जिसे कोर स्ट्रेंथनिंग और टोनिंग एक्सरसाइज भी कहा जाता है, इसे जरूर करें।
    • रीढ़ की हड्डी को मजबूती देने के लिए अच्छे किस्म के जूतों को पहने ताकि आपको चलने के दौरान किसी परेशानी का सामना न करना पड़े और आपकी रीढ़ की हड्डी भी सुरक्षित रहें। 
    • नियमित रूप से पीठ की मालिश कराएं, ताकि आपको पीठ या रीढ़ की हड्डी में दर्द का अनुभव न हो। 
    • लंबे समय तक एक पोजीशन में न बैठें, क्युकी अगर आप ऐसा करते है तो आपको रीढ़ की हड्डी में दर्द का सामना करना पड़ सकता है। 

    इन रीढ़ की हड्डी के बचाव के तरीको को तो आपको जरूर करने चाहिए, लेकिन इन सबके करने के बाद भी आपको कोई फर्क नज़र न आए तो इसके लिए आप लुधियाना में बेस्ट न्यूरोसर्जन से जरूर सलाह लें।

    रीढ़ की हड्डी के बचाव के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

    अगर आप वाकई अपने रीढ़ की हड्डी को स्वास्थ्य रखना चाहते है तो इसके लिए आपको न्यूरो सिटी हॉस्पिटल के सम्पर्क में आना चाहिए और किसी भी तरह की परेशानी होने पर यहाँ के डॉक्टर या न्यूरोलॉजिस्ट से जरूर सलाह लें। 

     

    Send Us A Message

      इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस के बीच क्या है नैदानिक अंतर ?
      meningitis

      इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस के बीच क्या है नैदानिक अंतर ?

      • November 16, 2024

      • 92 Views

      इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस सूजन संबंधी स्थितियां होती है | हालांकि इन्सेफेलाइटिस मस्तिष्क…

      ब्रेन ट्यूमर क्या होता है, यह कितने प्रकार का होता है, इसके मुख्य लक्षण और कैसे किया जाता है उपचार ?
      Brain Tumor

      ब्रेन ट्यूमर क्या होता है, यह कितने प्रकार का होता है, इसके मुख्य लक्षण और कैसे किया जाता है उपचार ?

      • November 9, 2024

      • 374 Views

      आज के समय में दुनियाभर में ब्रेन ट्यूमर के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते…

      तेज़ी से बढ़ रहा है डेंगू की बीमारी का प्रकोप, जाने कैसे रखें अपने बच्चों का ख्याल ?
      Neuro

      तेज़ी से बढ़ रहा है डेंगू की बीमारी का प्रकोप, जाने कैसे रखें अपने बच्चों का ख्याल ?

      • November 4, 2024

      • 284 Views

      बारिशों के बाद मच्छरों का कहर काफी तेज़ी से बढ़ने लग जाता…

      How much time does it take to recover from brain surgery?

      Recovery following brain surgery

      Brain surgery is an important operation for overall well-being. Additionally, recovery from the surgery takes around 4 to 8 weeks to get back to a normal working state. When you visit the best Neuro Hospital in Ludhiana, the doctor will provide you with timely assistance to help the overall situation get to normal. No doubt the incisions are sore for a few days, so it’s important to take the right care for the given period.

      What happens after brain surgery?

      Your Neurologist in Ludhiana will check your condition and see whether it’s okay for you to wake or rest for a certain period. Before the surgery, the neurologist will discuss all the appropriate care plans you need to know. So, following post-operative care is essential. Additionally, arranging everything correctly will make things much better and more manageable.

      Do you know?

      The choice of omega 3 capsules supplements is known to positively impact brain health. But, before you do the same, it’s essential to consult the doctor as soon as he can tell you better which supplements are best for your well-being.

      Tips for Post care of brain surgery and better recovery

      After treating brain surgery, seeking the right care plan is important to ease the situation effectively. Regular neurological observations will be performed to see how the patient’s health is improving. After the surgery, the nurse checks your:

      • Heartbeat
      • Blood pressure
      • Pulse rating

      Depending on what type of stitches are suggested, the doctor will ask you to get it removed, or it will dissolve on its own.

      How to take care of the surgical drain after the brain surgery?

      Brain surgery requires several tubes. After the surgery, taking the right measures and handling the situation effectively is important. The different tubes used for brain surgery recovery are:

      • Oxygen

      After the brain surgery, it’s normal to give aid through some extra oxygen to keep the body balanced.

      • Drips

      After the surgery, the patient cannot have meals and drinks. Therefore, drips are required for different food, medicine, fluid, and other things.

      • Urinary catheter

      The urinary catheter allows one to check the urine amount. It even indicates the patient body is producing enough fluid, that’s a sign of smooth recovery.

      • Nasogastric tube

      The tube is taped to the cheek and nose, which is effective against the sickness.

      • Artery tube

      The artery tube helps to take out the blood samples and ensure the blood pressure level is stable in the body.

      • Intracranial pressure

      The ICP monitor is attached to the head to see the head pressure from inside. The surgeon removes the tube after 2 days.

      Final word

      Brain surgery is complex, but the results are effective when everything is handled with care, and you get the doctor’s supervision.

      Send Us A Message

        इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस के बीच क्या है नैदानिक अंतर ?
        meningitis

        इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस के बीच क्या है नैदानिक अंतर ?

        • November 16, 2024

        • 92 Views

        इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस सूजन संबंधी स्थितियां होती है | हालांकि इन्सेफेलाइटिस मस्तिष्क…

        ब्रेन ट्यूमर क्या होता है, यह कितने प्रकार का होता है, इसके मुख्य लक्षण और कैसे किया जाता है उपचार ?
        Brain Tumor

        ब्रेन ट्यूमर क्या होता है, यह कितने प्रकार का होता है, इसके मुख्य लक्षण और कैसे किया जाता है उपचार ?

        • November 9, 2024

        • 374 Views

        आज के समय में दुनियाभर में ब्रेन ट्यूमर के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते…

        तेज़ी से बढ़ रहा है डेंगू की बीमारी का प्रकोप, जाने कैसे रखें अपने बच्चों का ख्याल ?
        Neuro

        तेज़ी से बढ़ रहा है डेंगू की बीमारी का प्रकोप, जाने कैसे रखें अपने बच्चों का ख्याल ?

        • November 4, 2024

        • 284 Views

        बारिशों के बाद मच्छरों का कहर काफी तेज़ी से बढ़ने लग जाता…