मिर्गी के दौरे आने पर क्या करना चाहिए?

मिर्गी के दौरान कोनसे लक्षण सामने आते हैं और इसमें क्या करना चाहिए ?           

मिर्गी (Epileptic seizures)

मिर्गी एक बहुत ही आम बीमारी बनती जा रही है, जिसके लिए सही कदम उठाना बहुत ही महत्वपूर्ण है | यह बीमारी मानसिक रोग से सम्बंधित है जिसमे एक व्यक्ति को दौरे पड़ने लगते हैं | इन दौरों को मेडिकल परिभाषा में मिर्गी भी कहा जाता है | इस समस्या के दौरान व्यक्ति के अंग अपने आप ही बहुत ज़ोर के हिलने लगते है है | यह कह सकते है की इंसान का खुद के ऊपर कोई भी नियंत्रण नहीं होता है |

इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए मैंने इस ब्लॉग में कुछ बातों पर गौर किआ है, अगर आपके आस पास किसी को भी यह समस्या हो तो आप सही कदम उठा सके | मिर्गी के दौरान व्यक्ति को तो कोई होश नहीं होता तो इसे लिए आस-पास जितने भी लोग है या जो भी करीबी जान है उनका सही कदम लेना बहुत ही महत्वपूर्ण है | सबसे जाने माने Neuro Hospital in Ludhiana के डॉक्टर्स ने इस ब्लॉग में लिखी गई बातों के बारे में बताया है|

मिर्गी के दौरान क्या होता है ?

जैसे की हमने ऊपर लिखा है की मिर्गी के दौरान मरीज़ को अपने शरीर पर कोई भी नियंत्रण नहीं होता है | पर हाँ ऐसी कुछ बातें है जिनसे यह पता लगाया जा सकता है की मिर्गी का दौरा पड़ने लगा है | कुछ ऐसे ही लक्षण और समस्याओं के बारे में निचे लिखा गया है:

  • बेहोश हो जाना या एक दम से गिर जाना
  • व्यक्ति का किसी बात पर कोई भी जवाब न देना
  • व्यक्ति का अपने अंगों पर नियंत्रण खोना
  • मांसपेशियां सिकुड़ जाना
  • कुछ महसूस न कर पाना
  • व्यक्ति के अंगों का जकड़ना
  • सचेत न रहना
  • व्यक्ति का अपने होंठ या नाखून को चबाना
  • मल-मूत्र पर नियंत्रण न रहना (पेशाब को रोक न पाना)

यदि आपके आस पास कोई भी मिर्गी के दौरे से झूझ रहा है तो आप सबसे बेस्ट Neurologist in Ludhiana से सम्पर्क करें और यह जान लें की आप उस समय में उनकी मदद किस प्रकार कर सकते हैं |

मिर्गी के दौरे ख़तम होने के बाद क्या होता है?

जैसे ही व्यक्ति का मिर्गी का डोरा ख़तम होता है वह अपने होशो-आवाज़ में आ जाते है |  इसके साथ ही आप उनको अगर कुछ पूछें या बात करें तो वह आपको जवाब भी देते हैं | हाँ पर यह ज़रूर है की उनको कुछ देर के लिए बहुत ही घबराहट महसूस होती है जो की बहुत ही आम बात है | इसके साथ ही मरीज़ को भी कुछ हुआ होता है उसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती है | उनका पहले की तरह ही सामन्य व्यवहार हो जाता है |

ज़रूरी जानकारी!

जैसा की यह समझ सकते हैं की यह समस्या गंभीर है और यदि आपके आस पास कोई भी  झूझ रहा है तो आपको उनकी देख-भाल करने के लिए ट्रेनिंग लेनी चाहिए | ध्यान रखें की जब उनको सही समय पर उपचार मिल जाता है तो उनकी स्थिति को कंट्रोल करना बहुत ही आसान है |

 

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