क्या अंतर है एक न्यूरोसर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट के बीच ?

  • लर दुर्घटनाएं जैसे इस्केमिक तथा हेमोरेजिक तथा वेन्स स्ट्रोक्स, न्यूरो इन्फेक्शन, न्यूरोपैथीज, मूवमेंट डिसॉर्डर जैसे पार्किंसंस रोग, अनिद्रा, डेमेंशिया, नर्वस सिस्टम पर असर डालने वाले सिस्टमैटिक डिसॉर्डर, मसल डिसॉर्डर, मिसथिनिया ग्रेविस जैसे न्यूरोमस्कुलर जंक्शन डिसॉर्डर इत्यादि।
  • न्यूरोलॉजिस्ट को रोगी के रोग को न केवल जानना होता है बल्कि रोग के सारे पुराने पन्नो को भी खोलना होता है, क्यूंकि मस्तिष्क एक बहुत ही काम्प्लेक्स अंग है शरीर का, इसलिए उसके इलाज हेतु न्यूरोलॉजिस्ट को बड़ी बारीकी के साथ चीजों का अध्यन करना होता है, जिसमे कई प्रकार के टेस्ट भी शामिल होते है जैसे कि कैट स्कैन, एमआरआई तथा ईईजी इत्यादि।

न्यूरोसर्जन कौन है ?

  • न्यूरोसर्जन एक चिकित्सक होता है, जो मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी, मेरुरज्जु, तंत्रिकाओं, इंट्राक्रैनियल, और इंट्रास्पाइनल वैस्क्युलेचर आदि रोगों का इलाज करते है। न्यूरोसर्जन विशेष रूप से तंत्रिका तंत्र, मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी परेशानियों के उपचार के लिए जाने जाते है। इन्हे शल्यकार, शल्य-चिकित्सक, स्नायु-विशेषज्ञ, मस्तिष्क सर्जन, ऑपरेटिंग सर्जन आदि नामो से जाना जाता है।
  • न्यूरो सर्जन काफी अनुभवी होते है और जब आपको किसी गंभीर समस्या के लिए सर्जरी का चयन करना हो तो आप इनका चयन जरूर से करें।

न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन के बीच के अंतर को कैसे समझे ?

  • न्यूरोलॉजिस्ट्स मस्तिष्क से जुड़ी परेशानियों के इलाज और डायग्नोसिस के लिए जाने जाते है। ये नर्वस सिस्टम का भी उपचार करते है, जबकि न्यूरोसर्जन कई प्रकार की थेरेपी, ओपन सर्जरी, न्यूरोलॉजिकल कंडीशन के उपचार के लिए जाने जाते है। 
  • न्यूरोलॉजिस्ट्स न्यूरोलॉजिकल कंडीशन का पता लगाने के लिए एलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राम्स और एलेक्ट्रोमोग्राफी जैसे टेस्ट करते है, जबकि न्यूरोसर्जन मस्तिष्क के ट्रामा, स्पाइन, कैंसर, स्ट्रोक्स और एन्यूरिज्म (aneurysms), और कई प्रकार की स्पाइन, मस्तिष्क और स्कल बेस एरिया के उपचार के लिए जाने जाते है।
  • न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरोडेवेलपमेंटल डिसऑर्डर्स और सेरिब्रल पाल्सी को संभालने, क्रोनिक कंडीशन को समझने तथा सही उपचार के लिए भी होते है, न्यूरोसर्जन भी कभी-कभी कुछ ऐसे उपचार करते है।
  • वहीं एक बेहतरीन न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन दोनों को नर्वस सिस्टम की अच्छी जानकारी होना आवश्यक है।

एक न्यूरॉसर्जन का चयन कब किया जाता है ?

  • कतरन की समस्या होने पर।  
  • इंडोवैस्कुलर रिपेयर के लिए। 
  • डिस्क को हटाने के लिए।  
  • क्रानिओटोमी के लिए।   
  • लम्बर पंक्चर होने की स्थिति पर।   
  • अनुरिस्म रिपेयर होने पर। 

यदि उपरोक्त में से किसी भी हिस्से की सर्जरी करवाने के बारे में आप सोच रहें है, तो इसके लिए आपको लुधियाना में बेस्ट न्यूरोसर्जन का चयन करना चाहिए।

एक न्यूरोलॉजिस्ट का चयन कब किया जाता है ?

  • जब आपको सर्जरी का सहारा न लेना हो तब आप न्यूरोलॉजिस्ट का चयन कर सकते है।
  • लगातार चक्कर आने की स्थिति में। 
  • संवेदनाओं या भावनाओं में बदलाव आने की स्थिति में।
  • संतुलन के साथ कठिनाइयां आने पर। 
  • सिर में दर्द की समस्या होने पर।
  • भावनात्मक भ्रम होने पर।
  • मांसपेशियों में थकान महसूस होने पर आपको लुधियाना में बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट का चयन करना चाहिए। 
  • पूरे सिर में भारीपन का लगातार अहसास होने पर।

प्रशिक्षण और शैक्षिक योगिताए क्या है न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन की !

  • एक न्यूरोलॉजिस्ट और एक न्यूरोसर्जन के बीच के अंतर को समझने के लिए, प्रत्येक क्षेत्र में विशेषज्ञ बनने के लिए आवश्यक डिग्री और विशेषज्ञता में अंतर को समझना सबसे पहले आवश्यक है। 
  • न्यूरोलॉजिस्ट बनने के लिए चार साल के प्री-मेडिकल स्कूल की आवश्यकता होती है, इसके बाद न्यूरोलॉजी में मेडिकल डिग्री और मूवमेंट, स्ट्रोक आदि में अतिरिक्त प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। 
  • वहीं न्यूरोसर्जन बनने का शैक्षिक मार्ग अधिक विस्तृत है, जिसके लिए चार साल के प्री-मेडिकल स्कूल और चार साल के मेडिकल स्कूल की आवश्यकता होती है। आवेदक को अधिक विस्तारित गृह निवास पूरा करना होगा। अन्य बातों के अलावा, न्यूरोसर्जन को यह सीखना चाहिए कि रीढ़ और परिधीय नसों पर कैसे काम करना है।

किस बीमारी का इलाज इनके द्वारा किया जाता है ?

  • न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन में अंतर करते समय समझने का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि प्रत्येक विशेषज्ञ द्वारा संभाली जाने वाली स्थितियां है। न्यूरोलॉजिस्ट मिर्गी, अल्जाइमर रोग, परिधीय तंत्रिका विकार और एएलएस जैसी न्यूरोलॉजिकल स्थितियों के इलाज में रुचि रखते है।
  • दूसरी ओर, न्यूरोसर्जन मस्तिष्क की चोटों, ट्यूमर को हटाने और कार्पल टनल सिंड्रोम से निपटते है। दोनों चिकित्सक अपने रोगियों के उचित इलाज के लिए मिलकर काम करते है, आवश्यकतानुसार चिकित्सा और शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं को एकीकृत करते है।
  • चिकित्सकों के इन दो समूहों और उनके द्वारा संभाली जाने वाली बीमारियों में कुछ समानताएँ है। जैसे जब सर्जरी की आवश्यकता होती है, तो न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर मरीज का सहयोग करते है, उदाहरण के लिए, एक न्यूरोलॉजिस्ट एक मरीज को सर्जरी के लिए एक न्यूरोसर्जन के पास भेजते है।

ध्यान रखें :

सामान्य दिमागी समस्या होने पर आपको समय रहते बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट का चयन करना चाहिए। 

सुझाव :

अगर आप दिमागी चोट और साथ ही दिमागी दौरे की समस्या से काफी परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको समय रहते न्यूरो सिटी हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। साथ ही ध्यान रखें की आपको अपनी समस्या के लिए किस तरह के डॉक्टर का चयन करना चाहिए, इसके बारे में आपको इस लेख के माध्यम से जरूर पता चलेगा।

निष्कर्ष :

उम्मीद करते है की आपने जान लिया होगा की आखिर न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन के बीच क्या अंतर है और साथ ही किस समस्या के लिए हमे किनका चयन करना चाहिए ये भी। इसके अलावा अगर आप अपनी बीमारी के लिए इनमे से किसी का भी चयन करें तो इस बात का जरूर ध्यान दें की आपके सर्जन की शिक्षा उसके ओहदे के हिसाब से है या नहीं।

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