Distinct Types Of Depression

There are people who like to trivialise depression, which is not a good thing, as depression is real. A chunk of individuals are suffering from mental disorders that affect their day-to-day living. Through research and brain scans, specialists have realised that people are being affected by various kinds of depressive disorders. These groundbreaking insights have paved the way for the development of precise and effective treatments that offer hope to those affected by depression. If you suspect that you may have a depressive disorder, you can visit a mental health specialist near you for proper diagnosis and treatment. 

What Is Depression?

This mental condition is a depressive disorder that affects your mood, causing you to have a constant feeling of sadness that can last for extended periods and make you lose interest in doing things you once loved, reducing your ability to experience pleasure. It is believed to be triggered by stress, genetics, or an imbalance in brain chemistry, among others. Moreover, depressive disorders can affect your work, relationships, social life, and so on, resulting in a poor quality of life. Physical symptoms of depression include irregular sleep patterns, low energy, and weight changes. This condition also has some cognitive indicators, such as difficulty concentrating and challenges in making decisions.  

Distinct Types Of depression

Various types of depressive disorder have their own unique characteristics and symptoms, as they are not the same. Let’s delve into some of the variations of depressive disorder:

  • Major Depressive Disorder (MDD) – This type of depression is characterised by two major depressive episodes, characterised by symptoms like a sad mood, irregular sleep patterns, weight changes, loss of interest, and many others. This depressive disorder can also be marked by symptoms like feelings of guilt and worthlessness. In some instances, people affected by MDD may have suicidal thoughts. Therefore, it is imperative to seek prompt medical attention as soon as you detect any symptoms.
  • Persistent Depressive Disorder (PDD) – This type of depression is also medically known as dysthymia. This condition involves a persistent depressed mood that lingers for about 1-2 years. The indicators of PDD are less acute yet significant. However, it can significantly affect your ability to function and dull your life. Both adults and adolescents can experience PDD. It’s crucial to always go for regular checkups to ensure good mental health. 
  • Seasonal Affective Disorder (SAD) –  According to mental specialists, this type of depressive disorder happens during specific times of the year. It is mostly common during the fall and winter months when there is less sunlight, which provides the perfect environment for SAD to kick in. The key indicators for SAD include weight gain, social withdrawal, and increased appetite. Like any other type of depression, SADS can also significantly impact your life, and that is why it is important to seek professional help.

Conclusion

Depressive disorders are a real, prevalent issue, and should not be trivialised. People need to have comprehensive knowledge about it so that they can get the necessary help for themselves and their loved ones to improve their quality of life. There are also other depressive disorders like bipolar disorder, psychotic depression, and many more. If you suspect that you may be experiencing symptoms of depression or have a loved one who has depression, you can visit Neurociti Hospital for proper treatment and diagnosis. They are dedicated to providing the best mental healthcare that will not only enhance your mental health but also improve your quality of life. 

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    तनाव मुक्त रहने के लिए अपनाएं 5-4-3-2-1 तकनीक, आप इस को कैसे फॉलो कर सकते हैं? जानिए डॉक्टर से

    आजकल ज्यादातर लोग अपने काम को लेकर या अपने घर घ्रस्ति की जिमेवारिओं को लेकर मानसिक दबाव महसूस करता है। दरसल भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव यानी स्ट्रेस लोगों में एक आम समस्या बन चुकी है। जहां देखो हर कोई किसी न किसी बात से परेशान है। आज के समय में ज्यादातर लोग तो छोटी-छोटी बातों पर भी ज़रूरत से ज़्यादा सोच लेते हैं और इसके कारण ही वह चिंता या तनाव में रहते हैं। आमतौर पर कई बार, तनाव से दैनिक जीवन, काम, रिश्तों और समग्र खुशी पर गहरा और प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि तनाव कुछ मिनटों से लेकर कई दिनों तक चलने वाला चिड़चिड़ा, चिंतित, बेचैन और दुर्बल करने वाली तनाव प्रतिक्रिया के रूप में भी प्रकट हो सकता है। लगभग हर किसी को किसी तनावपूर्ण स्थिति को लेकर चिंता होती है। इस तरह की स्थिति में तनाव मुक्त रहने के लिए आप एक ऐसी तकनीक को अपनाएं जिससे आपको तुरंत तनाव से राहत मिले। तो ऐसे में विशेषज्ञों से एक तकनीक के बारे में जानते हैं, जिसकी वजह से आपको चिंता या तनाव से मिनटों में राहत मिल सकती है। दरअसल यह एक तरह कि 5-4-3-2-1 ग्राउंडिंग तकनीक है, जिसकी वजह से आपको तुरंत चिंता और तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके बारे में डॉक्टर से विस्तार से जानकारी लेते हैं कि आखिर यह 5-4-3-2-1 ग्राउंडिंग तकनीक क्या है यह कैसे काम करती है, और इस को  किस तरीके से किया जाता है। 

    आखिर 5-4-3-2-1 ग्राउंडिंग तकनीक क्या है?

    आपको बता दें कि 5-4-3-2-1 ग्राउंडिंग तकनीक एक ऐसी तकनीक है, जिसकी वजह से व्यक्ति की चिंता और तनाव को कम करने में मदद मिलती है। आमतौर पर यह तकनीक देखने, कुछ महसूस करने, सुनने और सूंघने की क्रिया है। अगर आप किसी कारण वर्ष बहुत ही ज्यादा थके हुए हैं, न कि सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी, तो आप इस तकनीक का इस्तेमाल कर तनाव और थकान से राहत पा सकते हैं। आपको बता दें कि यह तरीका बहुत ही सरल है, जो कि तनाव से मुक्त रहने में काफी मदद करता है। अब इस लेख के माध्यम से ये समझेंगे कि यह तकनीक कैसे काम करती है। 

    यह तकनीक कैसे काम करती है?

    आमतौर पर यह तकनीक व्यक्ति के तनाव और चिंता को नियंत्रित करने के लिए बनाई गई है, यह तकनीक सरल इसलिए है, क्योंकि इस तकनीक को लगभग कहीं भी और किसी भी समय इस्तेमाल किया जा सकता है। यह सबसे प्रभावी तकनीकों में से एक है, क्योंकि यह तकनीक आपको वर्तमान क्षण में अपने आसपास की चीजों पर ध्यान केंद्रित करने और उन चीजों से ध्यान हटाने में मदद करती है, जो आपकी चिंता का कारण बन रही होती हैं। यह तकनीक विचारों के पैटर्न को तोड़ने में मदद कर सकती है। यह 5 इंद्रियों का इस्तेमाल करके यह वर्तमान में आपको स्थिर करने के लिए काम करती है। 

    1. 5 चीजों को देखो

    दरअसल 5-4-3-2-1 तकनीक में 5 का मतलब है कि आप किसी भी 5 चीजों को देखें। आम तौर पर जब आप चिंता या तनाव को मह्सूस कर रहे हैं, आपके दिमाग में कुछ चल रहा है, आप एक जगह पर फोकस नहीं कर पा रहे हो, तो तब तुरंत आप जहां पर भी हैं, वहां पर अपने आसपास किसी भी पांच चीजों को देखें, उस वक्त कहते आप ऑफिस में हों या फिर घर पर, जैसे कि अगर आप घर पर हैं, तो घर की दीवार पर टंगी घड़ी को देखें, सोफे या चेयर को देखें, रखे हुए गमले या फिर खिड़की या परदों को देखें। जो भी आपके घर में चीजें हैं उनकों एक-एक कर देखें। इस की वजह से आपका ध्यान केंद्रित होगा और आप चिंता या तनाव के विचारों से थोड़ा हट सकेंगे।

    1. 4 चीजों को सुनें

    आमतौर पर इस तकनीक में 4 का मतलब है, कि कोई 4 आवाजें सुनना। इसके लिए पहले आप अपनी आंख को बंद करें और अपने आसपास की आवाजों को ध्यान से सुनें। आपको बता दें कि यह आवाजें किसी भी तरह की हो सकती हैं, जैसे करों की आवाजें, किसी के बातचीत करने की आवाजें, पक्षियों के चहचहाने की आवाजें, और अगर कहीं पर मधुर संगीत बज रहा है तो उस को सुने। इन आवाजों की पहचान करने से आपका मन चिंता को भूल जाएगा और मन शांत हो जाएगा। इससे आप अपने आस पास की दुनिया को महसूस करने लगेंगे और आपका दिमाग वर्तमान में आ जाएगा, इससे आपको तनाव से राहत मिलेगी। 

    1. 3 चीजों को छुएं

    इस तकनीक में 3 का मतलब है, कि आप किन्हीं तीन चीजों को छुएं और उन चीजों को महसूस करें। जो भी आपके आसपास की तीन चीजें हैं, इसके लिए अपनी आँखों को बंद करके उन्हें छूकर देखें और महसूस करें, जैसे आपकी त्वचा, कपड़े या फिर कोई बनावट की चीज जैसे बोतल टेबल, तस्वीरें आदि। इससे आप का तनाव और आपको थकान से राहत मिलेगी। 

    1. 2 चीजें सूंघे

    दरअसल इस तकनीक में 2 का मतलब है कि आप किसी 2 चीजों को सूंघें, चाहे उस चीज की स्मेल गंदी ही क्यों न हो। इसके लिए आप बगीचे में लगे फूलों को सूंघ सकते हैं, आप कॉफी की खुशबू को सूंघ सकते हैं या फिर किसी गंध को सूंघें, चाहे वह आपके द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला साबुन ही क्यों न हो। यह आपके तनाव को कम और आपके दिमाग को एक्टिव कर सकता है। 

    1. 1 चीज का स्वाद लें

    इस तकनीक में 1 का मतलब होता है कि आप किसी एक चीज का स्वाद लें। जैसे जैसे कि नमक, चीनी या फिर खाना। यह तकनीक आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकती है।  आपको बता दें कि खाने का स्वाद तनाव को कम करने में काफी मदद करता है। 

    5-4-3-2-1 तकनीक को करने के क्या फायदे हैं?

    1. यह तकनीक आपको वर्तमान में रखने की कोशिश करती है। 
    2. आप की इंद्रियों पर ध्यान केंद्रित कर आपका मन शांत करती है। 
    3. आप जो भी तनाव ले रहे हैं, उसको कम करने में मदद करती है। 
    4. चिंता, घबराहट या ओवरथिंक की समस्याएं को कम करती है और तुरंत राहत प्रदान करती है। 
    5. एंग्जायटी और स्ट्रेस को कम करने में करती है। जब मन बहुत डर या घबराहट में होता है, तो यह उसको शांत करती है। 
    6. व्यक्ति की सोच को कंट्रोल में लाती है, और व्यक्ति के दिमाग को एक दिशा में फोकस कराती है।
    7. इस तकनीक को सोने से पहले करने से मन शांत होता है और नींद भी बहुत जल्दी आती है।
    8. आपके गुस्से या दुखी मन को शांत करने में आपकी काफी मदद करती है।
    9. ये तकनीक व्यक्ति के देखने, सुनने और छूने जैसी इंद्रियों को जागरूक करने में मदद करती है।
    10. अगर यह तकनीक काम नहीं करती है अगर आपकी स्थिति गंभीर है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए

    निष्कर्ष

    तनाव हमारे सभी कामों को प्रभावित करता है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन चुकी है। अगर इस को समय पर कंट्रोल नहीं किया जाये तो यह आगे जाकर एक गंभीर समस्या का रूप धारण कर सकती है। दुनिया में ऐसे कई लोग हैं, जो चिंता करते रहते हैं और तनाव में रहते हैं। जिससे उनकी दिनचर्या काफी ज्यादा प्रभावित होती है। ऐसे में आप चिंता से राहत पाने के लिए 5-4-3-2-1 ग्राउंडिंग तकनीक का उपयोग कर सकते हैं, यह तनाव को दूर करने का एक बेहतरीन तरीका है। इस तकनीक से पांचों इंद्रियों के माध्यम से अपने दिमाग को स्थिर रखा जा सकता है और इससे आप वर्तमान समय में आ जाते हैं। ये एक बहुत ही सरल तकनीक है, जिसका इस्तेमाल कहीं भी कर सकते हैं, चाहे वह घर हो या फिर ऑफिस। इस तकनीक में ज्यादा समय नहीं लगता है। लगभग 5 से 10 मिनट में आप अपने आप को चिंता से राहत दिला सकते हैं। अगर इस तकनीक का आपको कोई फायदा नहीं होता है, और आपकी स्थिति गंभीर है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अगर आपको भी इसके बारे में अधिक जानकारी चाहिए और आप भी अपने तनाव से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप आज ही न्यूरो सिटी हॉस्पिटल में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी ले सकते हैं। 

    अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

    प्रश्न 1. हमेशा टेंशन फ्री कैसे रहें?

    आपको हमेशा तनाव मुक्त रहने के लिए अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सही रखना होगा। आम पूरी नींद लें, स्वस्थ आहार लें और परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं। अगर आप किसी चीज को लेकर परेशान हैं, तो इस तकनीक का इस्तेमाल करें, जिससे आपको तुरंत राहत मिलेगी। 

    प्रश्न 2. 1 मिनट में तनाव कैसे दूर कर सकते हैं? 

    आप एक मिनट में तनाव को दूर करने के लिए 5-4-3-2-1 ग्राउंडिंग तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

    प्रश्न 3. डिप्रेशन के दौरान कौन सा योग करना चाहिए?

    आप डिप्रेशन से राहत पाने के लिए कई तरह के योग कर सकते हैं, जिसमें 

    सुखासन, बालासन, शलभासन, मार्जरी आसन आदि उपयोगी योग होते हैं।

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