मिर्गी के दौरे से जुड़े आठ ऐसे मिथ्स, जिसका जानना बेहद ज़रूरी है

मिर्गी का अटैक या दौरे बहुत ही  खतरनाक बीमारी है, जिससे पीड़ित व्यक्ति का शरीर बुरी तरह से अकड़ जाता है और मुँह से झाग निकलने लग जाता है | हलाकि कई लोग इस दौरे को भूत-प्रेत जैसे अंधविश्वास प्रक्रिया से भी जोड़ते है, जिसके कारण वह लोग मिर्गी से पीड़ित रोगी डॉक्टर के पास ले जाने के बजाये अन्धविश्वाश तांत्रिक या बाबाओं के पास ले जाना समझदारी मानते  है, उनका मानना यह होता है की मिर्गी पीड़ित पर कोई जिन या किसी चुड़ैल का साया आ गया है | इतना ही नहीं कई लोग मिर्गी पीड़ित रोगी को पागल तक करार देते है | कई लोग मिर्गी पीड़ित व्यक्ति को जुता सुंघा देते है या फिर मुँह में चाबी डाल देते है | आइए जानते है ऐसे ही कुछ मिर्गी के दौरे से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स जिसका जानना बेहद ज़रूरी है :- 

मिथ्स 1. मिर्गी पीड़ित का मानसिक असंतुलन होता है 

फैक्ट्स :-  यह बात बिल्कुल सच है , मिर्गी के दौरे व्यक्ति को मानसिक रूप से कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से कई तांत्रिक कोशिकाएं कमजोर हो जाते है | हालांकि शरीर के बाकी अंग सामान्य ही रहते है, उन पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता | 

लेकिन डॉक्टर स.के.बंसल, जो की न्यूरोसर्जरी एक्सपर्ट्स है उनका मानना है की  मिर्गी पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर के पास ले जाने में ही समझदारी है, क्योंकि यह दौरे मानसिक रूप से काफी हानि पहुंचा सकती है | आप इससे जुडी सलाह न्यूरोसिटी एक्सपर्ट टीम के डॉक्टर से भी ले सकती है, जो की न्यूरोलॉजी  स्पेशलिस्ट है |  

मिथ्स 2. मिर्गी पीड़ित रोगी का शरीर ऐंठने लग जाता है 

फैक्ट्स :-  मिर्गी के अटैक कई तरह के हो सकते है, हालांकि कई मामलों मिर्गी पीड़ित रोगी  का शरीर ऐंठने लगता है, परन्तु हर मामलो में ऐसा नहीं होता | 

मिथ्स 3. क्या मिर्गी की बीमारी एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को जाती  है

फैक्ट्स :-  यह मिथ्स बिलकुल सही नहीं है, मिर्गी के बीमारी व्यक्ति से मानसिक संतुलन पर निर्भर करता है | क्योंकि यह दौरे उसी व्यक्ति को आते है, जिसके मस्तिष्क पर पहले से ही चोट लगी हो | 

मिथ्स 4. क्या मिर्गी के दौरे कभी भी आ सकते  है?

फैक्ट्स :- मिर्गी की दौरे तभी आते है जब व्यक्ति  की नींद पूरी ना हो,नशीली पदार्थ जैसे की शराब,तम्बाकू या धूम्रपान का सेवन किया है, जिसके कारण मानसिक संतुलन में परिवर्तन आता है और इसी वजह से मिर्गी के अटैक आते है | 

मिथ्स 5. क्या मिर्गी के रोगी दूसरे पर निर्भर होते  है ? 

फैक्ट्स :-  यह मिथ्स बिल्कुल सही है, क्योंकि मिर्गी पीड़ित व्यक्ति के परिजन और दोस्तों को उनकी हालत को समझना बेहद ज़रूरी है, जिससे उचित समय में मिले इलाज और सावधानियों से उन पर किसी भी तरह के  बुरा प्रभाव पड़ने से रोक सकती है |  

मिथ्स 6 . क्या मिर्गी के रोगी को शादी नहीं करना चाहिए  ? 

फैक्ट्स :-  यह मिथ्स बिल्कुल भी ठीक नहीं है, यह मामले सब से ज़्यादा महिलाओं में पाए जाते है | बल्कि उचित समय में इलाज से  मिर्गी पीड़ित व्यक्ति एक सामान्य जीवन जी सकता है | 

मिथ्स 7 . क्या मिर्गी पीड़ित महिला गर्भवती नहीं हो सकती ? 

फैक्ट्स:- मिर्गी के इलाज के लिए ले रही दवाइयां महिला की गर्भाशय को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता , गर्भ अवस्था में  भी डॉक्टर के द्वारा बताए गए या उनकी देखरेख पर भी दवाइयां ले सकती है |  

मिथ्स 8 . क्या मिर्गी दौरे के समय रोगी को पकड़ लेना चाहिए ? 

फैक्ट्स:- मिर्गी के दौरे पड़ रहे व्यक्ति को कभी भी पकड़ना या दबाना नहीं चाहिए , बल्कि इस बात का ध्यान रखना चाहिए क़ी आस पास कोई नुकीली वस्तु या हानिकारक पदार्थ न हो |

Send Us A Message

    नींद संबंधी विकार यानी स्लीप डिसऑर्डर किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर सकता है ?
    Sleep disorder

    नींद संबंधी विकार यानी स्लीप डिसऑर्डर किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर सकता है ?

    • November 23, 2024

    • 51 Views

    एक अच्छी नींद प्रत्येक व्यक्ति के लिए कुंजी की तरह होती है,…

    इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस के बीच क्या है नैदानिक अंतर ?
    meningitis

    इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस के बीच क्या है नैदानिक अंतर ?

    • November 16, 2024

    • 135 Views

    इन्सेफेलाइटिस और मैनिंजाइटिस सूजन संबंधी स्थितियां होती है | हालांकि इन्सेफेलाइटिस मस्तिष्क…

    निमोनिया क्या है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे किया जाता है इलाज ?
    Pneumonia Treatment

    निमोनिया क्या है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे किया जाता है इलाज ?

    • November 12, 2024

    • 53 Views

    निमोनिया हमारे फेफड़ों को प्रभावित करने वाली एक गंभीर बीमारी की तरह…