रीढ़ की हड्डी का कैंसर व्यक्ति में तब बनता है जब रीढ़ की हड्डी के ऊतकों में तरल पदार्थ या तंत्रिकाओं में असामान्य रूप से कोशिकाएं बढ़ने लगती है। वहीं रीढ़ की हड्डी का कैंसर काफी खतरनाक माना जाता है क्युकि रीढ़ के बल पर ही हमारा सम्पूर्ण शरीर खड़ा होता है। इसके अलावा ये कैंसर किन कारणों से व्यक्ति में होते है और इनसे हम कैसे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में संपूर्ण लेख में चर्चा करेंगे ;
किन कारणों से रीढ़ की हड्डी का कैंसर होता है ?
- रीढ़ की हड्डी में कैंसर के कारणों की बात करें तो इस पर कुछ अनुभवी डॉक्टरों का कहना है कि इसके कारण स्पष्ट नहीं है।
- इसके अलावा कुछ डॉक्टरों का ये भी कहना है की जब व्यक्ति अधिक धूम्रपान का सेवन कर लेते है तो भी उनमे इस तरह की समस्या नज़र आ सकती है।
- शराब का सेवन करने वाले भी रीढ़ की हड्डी के कैंसर से ग्रस्त हो सकते है।
- अत्यधिक मोटापा भी रीढ़ के कैंसर की वजह है।
आपमें कैंसर किन कारणों से होता है इसके बारे में जानने के लिए आप लुधियाना में बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट के संपर्क में आ सकते है।
रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर के प्रकार क्या है ?
- प्राथमिक स्पाइनल ट्यूमर, रीढ़ की हड्डी के भीतर हड्डियों, डिस्क, तंत्रिकाओं या अन्य तत्वों में विकसित होकर रीढ़ की हड्डी में उत्पन्न होता है।
- माध्यमिक रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर, शरीर में कहीं और शुरू हुए कैंसर से रीढ़ तक फैल जाते है।
- रीढ़ की हड्डी के ट्यूमर को स्पाइनल कोड के अंदर या बाहर उनके स्थान के आधार पर भी वर्गीकृत किया जा सकता है।
- एक्स्ट्राड्यूरल एक स्पाइनल ट्यूमर जो रीढ़ की हड्डी की सबसे बाहरी सुरक्षात्मक परत के बाहर बनता है।
- इंट्रामेडुलरी में ट्यूमर रीढ़ की हड्डी के अंदर बढ़ता है और उनकी कोशिकाओं से उत्पन्न होता है।
अगर आप भी इन में से किसी भी तरह के ट्यूमर की समस्या से ग्रस्त है तो इसके लिए आपको लुधियाना में बेस्ट न्यूरोसर्जन के पास आना चाहिए।
क्या है रीढ़ की हड्डी का ट्यूमर ?
स्पाइनल ट्यूमर को रीढ़ बनाने वाले किसी भी ऊतक से उत्पन्न होने वाली असामान्य वृद्धि के रूप में परिभाषित किया गया है। रीढ़ की हड्डी के ट्यूमर खतरनाक या सौम्य [गैर-कैंसरयुक्त] हो सकते है। जैसे-जैसे रीढ़ के ट्यूमर बढ़ते है, वे रीढ़ की हड्डी पर दबाव डाल सकते है।
रीढ़ की हड्डी का ट्यूमर शरीर के किस हिस्से में बनता है !
- उपास्थि जो कशेरुकाओं में जोड़ों की रक्षा करती है।
- परिधीय तंत्रिकाएं भी आपके शरीर में रीढ़ की हड्डी के ट्यूमर को बनाती है।
- स्पाइनल डिस्क में।
- मेरुदंड (रीढ़ की हड्डी) में कैंसर।
रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर के लक्षण क्या है ?
- ऊपरी या मध्य दर्द का होना।
- तीव्र या रह-रह कर बनने वाला दर्द।
- रीढ़ की हड्डी में गहरे दर्द की समस्या।
- रात में दर्द का बढ़ना।
- मांसपेशियों में कमजोरी का आना आदि।
रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर का उपचार कैसे किया जाता है ?
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं का प्रशासन करना।
- रीढ़ की हड्डी की कोशिकाओं को हटाना या प्रत्यारोपित करना वो भी सर्जरी की मदद से।
- भारी धातुओं से निकलने वाले विकिरणों से कैंसर कोशिकाओं का उपचार करना।
- कीमोथेरेपी की मदद से इसका इलाज करना।
रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर का निदान क्या है ?
- इसके निदान में, एक्स-रे।
- सीटी स्कैन।
- चुम्बकीय अनुनाद इमेजिंग स्कैन।
- बोन स्कैन।
- मचान का स्कैन।
- बायोप्सी आदि शामिल है।
रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर के उपचार के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !
अगर आप रीढ़ की हड्डी में कैंसर की समस्या से बहुत ज्यादा परेशान है, तो इससे निजात पाने के लिए आपको न्यूरो सीटी हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। वहीं आपको बता दे की इस हॉस्पिटल में उपचार व सर्जरी आधुनिक उपकरणों की मदद से किया जाता है।