मिर्गी का दौरा बहुत ही खतरनाक है, क्युकि ये व्यक्ति को कही भी और किसी भी समय अपना शिकार बना सकती है। इसलिए आज का कंटेंट खास हमने इस लिए बनाया है, की अगर कोई इस परेशानी को झेल रहा है। तो वो इससे अपने आप को कैसे बाहर निकाल सकते है। तो शुरुआत करते है, इस परेशानी से खुद को बहार कैसे निकाले उसके बारे में।
क्या मिर्गी कोई बीमारी है ?
- मिर्गी कोई संक्रमण या बीमारी नहीं है। यह मानसिक बीमारी या मानसिक कमजोरी के कारण नहीं होता है। अधिकतर मामलों में मिर्गी के कारण पड़ने वाले दौरों से मस्तिष्क पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन कभी-कभी दौरों के कारण मस्तिष्क को क्षति जरूर पहुंच सकती है।
- मिर्गी का दौरा पड़ना इसके अनुवांशिक कारण को भी दर्शाता है। दूसरी और इसके दौरे पड़ने का कोई एक समय निश्चित नहीं है। ये समस्या किसी भी समय उत्पन हो सकती है।
क्या मिर्गी वाकई बीमारी है या नहीं, इसके बारे में आप बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना से संपर्क करके भी जान सकते है।
मिर्गी क्या है ?
मिर्गी क्या है, इसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;
- मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल विकार है, जो मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिका गतिविधि में व्यवधान के कारण दौरे और असामान्य व्यवहार की छोटी अवधि, संवेदना और चेतना के नुकसान की विशेषता को दर्शाती है।
- जब मिर्गी का दौरा पड़ता है, तो मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिका की गतिविधि बाधित होती है। जिसके फलस्वरूप मरीज को दौरे पड़ते हैं, वह बेहोश हो सकता है या कुछ समय तक असामान्य व्यवहार कर सकता है।
किस कमी से मिर्गी का दौरा पड़ता है?
मिर्गी का दौरा किस कमी की वजह से पड़ता है, उसे हम निम्न में प्रस्तुत कर रहे ;
- विटामिन बी 6 (पाइरीडॉक्सिन) की कमी की वजह से मिर्गी का दौरा पड़ता है। इसलिए इस कमी को दूर करने के लिए आपको मछली, बीफ लीवर और अन्य अंग मांस, आलू और अन्य स्टार्च वाली सब्जियां, और फल (साइट्रस के अलावा) जरूर खाना चाहिए।
मिर्गी के दौरे का कारण क्या है ?
इसके दौरे के निम्नलिखित कारण है ;
- आनुवंशिक कारण।
- ब्रेन ट्यूमर या सिस्ट का होना।
- एड्स की बीमारी का उत्पन होना।
- जन्म से पहले शिशु के सिर में चोट लगना।
- अत्यधिक शराब या नशीली दवाओं का सेवन।
लक्षण क्या है, मिर्गी के दौरे का ?
इसके लक्षणों को जान कर आप इससे खुद का बचाव कर सकते है, जैसे ;
- अंगों का अनैच्छिक और अनियंत्रित तरीके से मुड़ना।
- भ्रम और घूरने के मानसिक लक्षण।
- अचानक खड़े-खड़े गिर जाना।
- शरीर में झुनझुनी और सनसनी का होना।
- चेहरे, गर्दन और हाथ की मांसपेशियों में बार-बार झटके आना।
मिर्गी के दौरे में कौन–सी दवाई है, सहायक ?
- यदि आपको मिर्गी के दौरे पड़ रहे है, तो आपको डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए। क्युकि ऐसे में डॉक्टर आपको एंटी-सीज्यूर दवाई निर्धारित करेंगे, जिससे आपके मिर्गी के दौरे की गंभीरता को कम किया जा सकता है।
निष्कर्ष :
मिर्गी की समस्या कोई खतरनाक समस्या नहीं है, पर जब तक ये गंभीर न हो जाए तब तक। इसलिए इसके गंभीर होने से पहले ही किसी अच्छे डॉक्टर या न्यूरो सिटी हॉस्पिटल से आपको संपर्क करना चाहिए। इसके इलावा यदि आप मिर्गी का इलाज करवाना चाहते हो तो उपरोक्त लक्षणों को देख कर ही करवाने के बारे सोचना। इसके इलावा अगर आपके लक्षण गंभीर नहीं है, तो आप उपरोक्त दवाई भी ले सकते है, पर डॉक्टर से सलाह जरूर ले।