Neurological Problems: तंत्रिका संबंधी बिमारिओ के इलाज के लिए न्यूरोलॉजिस्ट या न्यूरोसर्जन में से किसे चुने?

तंत्रिका संबंधी समस्याएं (Neurological Problems )

मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और तंत्रिका तंत्र से संबंधित मुद्दों का इलाज और निदान न्यूरोलॉजी द्वारा किया जाता है। तकनीक की प्रगति तथा बढ़ते हुए अनुसधान के कारण न्यूरोसर्जरी में नई तकनीकों का उपयोग किया जाने लगा है।  इन बीमारियों से लड़ने के लिए करने के लिए बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना के मार्ग दर्शन की अत्यंत आवश्यकता होती है।

एक क्षेत्र में कई सरे विद्यावान काम करते है, अपनी समस्या के लिए किस विद्यावान से संपर्क करे यह खोजना बहुत कठिन हो गया है। हमने अक्सर सुना होगा की दिमागी बीमारियों को ठीक करने के लिए एक न्यूरोलॉजिस्ट तथा एक न्यूरोसर्जन की आवश्यकता होती है।  लेकिन दोनों चिकितीसाओ का काम बेहद अलग है।  आइये इसे गंभीरता से समझते है।

एक न्यूरोलॉजिस्ट तथा न्यूरोसर्जन के बीच का अंतर

 एक न्यूरोलॉजिस्ट मस्तिष्क तथा तांतिके प्रणाली की समसयाओ को पता लगाने तहत उसको ठीक करने में माहिर होते है। यह और भी अन्य समस्याओ का इलाज करते है जैसे की सीखने की समस्या, केंद्रीय तंत्रिका तंत्र जैसी और कई बीमारिया।

  • न्यूरोसर्जन एक ऐसे शल्य चिकित्सक होते है जो की काफी लम्बे समय से चलते आ रही बिमारिओ का इलाज ऑपरेशन द्वारा करते है जो की हमारे तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालते है। न्यूरोसर्जन पार्किंसंस रोग, एन्यूरिज्म और जन्मजात अक्षमता जैसी बिमारिओ का इलाज करते है।

न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श करने का सही समय

 न्यूरोलॉजिस्ट्स से परामर्श करने से पहले आपको ऐसे संकेतो के बारे में अनुभव होना चाहिए जिनके लिए आपका न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श करना अनिवार्य है। आइये ऐसे संकेतो को जानते है:

  • निरंतर चक्कर आना
  • संतुलन बनाए रखने में कठिनाई
  • मासपेशिओ में थकान
  • लगातार सिर में दर्द का उठाना
  • भावनाओं में परिवर्तन
  • सिर में भारीपन का एहसास होना

न्यूरोसर्जन से परामर्श करने का सही समय

 नेरुआसुरजों भी न्यूरोलॉजिस्ट की तरह बहुत अन्य बिमारिओ का इलाज करते है।  जयादातर मरीज न्यूरोसर्जन के पास न्यूरोलॉजिस्ट द्वारा सुझाव देने पर ही जाते है क्यूंकि न्यूरोसर्जन पूरे तंत्रिका प्रणाली और शरीर की बिमारिओ का इलाज ऑपरेशन द्वारा करते है। आइये उन समजाओ के बारे में जानते है:

  • डिस्क निकालना
  • क्रानिओटोमी
  • लम्बर पंक्चर
  • इंडोवैस्कुलर की मरम्मत
  • अनुरिस्म को ठीक करना

बीमारी का इलाज

 न्यूरोसर्जन तथा न्यूरोलॉजिस्ट में अंडर करते समय एक बात का धयान रखना अत्यंत आवशयक है की वह कोनसे प्रकार की बिमारिओ का निरक्षण करते है।

  • जहा न्यूरोलॉजिस्ट मिर्गी, अल्जाइमर रोग, परिधीय तंत्रिका विकार और एएलएस जैसी न्यूरोलॉजिकल स्थितियों के इलाज में दिलचस्पी रखते हैं।’
  • वही दूसरी ओर न्यूरोसर्जन टूमओर से निजात, मस्तिष्क की चोटों तथा कार्पल टनल जैसी बिमारिओ से छुटकारा दिलाने में सहायता करते है।
  • इन दोनों चिकित्साओं द्वारा संभाले जाने वाली बिमारिओ में कुछ समान्यताये भी है। उद्धरण द्वारा समझिये: यदि कोई मरीज मस्तिष्क के टूमओर से जूझ रहा है तो एक न्यूरोलॉजिस्ट इस अमरीज को ऑपरेशन के लिए न्यूरोसर्जन के पास भेज सकते है।
  • अपने सामान्य चिकिसक से संपर्क करे तथा उसनसे सुझाव ले की किस विषेद्याज्ञा से मिलने से आपको आपकी परेशानिओ से निजात मिकलेगा।

एक विश्वसनीय सलाह

 यदि आप भी ऐसी बिमारिओ से जूझ रहे है जिनका इलाज एक न्यूरोलॉजिस्ट या न्यूरोसर्जन ही कर सकते है तो बिना देर करते हुए न्यूरोसिटी हॉस्पिटल से संपर्क करे और अपनी साडी बिमारिओ का प्रभावी उपचार पाए।

तंत्रिका संबंधी समस्याएं

मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और तंत्रिका तंत्र से संबंधित मुद्दों का इलाज और निदान न्यूरोलॉजी द्वारा किया जाता है। तकनीक की प्रगति तथा बढ़ते हुए अनुसधान के कारण न्यूरोसर्जरी में नई तकनीकों का उपयोग किया जाने लगा है।  इन बीमारियों से लड़ने के लिए करने के लिए बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना के मार्ग दर्शन की अत्यंत आवश्यकता होती है।

एक क्षेत्र में कई सरे विद्यावान काम करते है, अपनी समस्या के लिए किस विद्यावान से संपर्क करे यह खोजना बहुत कठिन हो गया है। हमने अक्सर सुना होगा की दिमागी बीमारियों को ठीक करने के लिए एक न्यूरोलॉजिस्ट तथा एक न्यूरोसर्जन की आवश्यकता होती है।  लेकिन दोनों चिकितीसाओ का काम बेहद अलग है।  आइये इसे गंभीरता से समझते है।

एक न्यूरोलॉजिस्ट तथा न्यूरोसर्जन के बीच का अंतर

 एक न्यूरोलॉजिस्ट मस्तिष्क तथा तांतिके प्रणाली की समसयाओ को पता लगाने तहत उसको ठीक करने में माहिर होते है। यह और भी अन्य समस्याओ का इलाज करते है जैसे की सीखने की समस्या, केंद्रीय तंत्रिका तंत्र जैसी और कई बीमारिया।

  • न्यूरोसर्जन एक ऐसे शल्य चिकित्सक होते है जो की काफी लम्बे समय से चलते आ रही बिमारिओ का इलाज ऑपरेशन द्वारा करते है जो की हमारे तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालते है। न्यूरोसर्जन पार्किंसंस रोग, एन्यूरिज्म और जन्मजात अक्षमता जैसी बिमारिओ का इलाज करते है।

न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श करने का सही समय

 न्यूरोलॉजिस्ट्स से परामर्श करने से पहले आपको ऐसे संकेतो के बारे में अनुभव होना चाहिए जिनके लिए आपका न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श करना अनिवार्य है। आइये ऐसे संकेतो को जानते है:

  • निरंतर चक्कर आना
  • संतुलन बनाए रखने में कठिनाई
  • मासपेशिओ में थकान
  • लगातार सिर में दर्द का उठाना
  • भावनाओं में परिवर्तन
  • सिर में भारीपन का एहसास होना

न्यूरोसर्जन से परामर्श करने का सही समय

 नेरुआसुरजों भी न्यूरोलॉजिस्ट की तरह बहुत अन्य बिमारिओ का इलाज करते है।  जयादातर मरीज न्यूरोसर्जन के पास न्यूरोलॉजिस्ट द्वारा सुझाव देने पर ही जाते है क्यूंकि न्यूरोसर्जन पूरे तंत्रिका प्रणाली और शरीर की बिमारिओ का इलाज ऑपरेशन द्वारा करते है। आइये उन समजाओ के बारे में जानते है:

  • डिस्क निकालना
  • क्रानिओटोमी
  • लम्बर पंक्चर
  • इंडोवैस्कुलर की मरम्मत
  • अनुरिस्म को ठीक करना

बीमारी का इलाज

 न्यूरोसर्जन तथा न्यूरोलॉजिस्ट में अंडर करते समय एक बात का धयान रखना अत्यंत आवशयक है की वह कोनसे प्रकार की बिमारिओ का निरक्षण करते है।

  • जहा न्यूरोलॉजिस्ट मिर्गी, अल्जाइमर रोग, परिधीय तंत्रिका विकार और एएलएस जैसी न्यूरोलॉजिकल स्थितियों के इलाज में दिलचस्पी रखते हैं।’
  • वही दूसरी ओर न्यूरोसर्जन टूमओर से निजात, मस्तिष्क की चोटों तथा कार्पल टनल जैसी बिमारिओ से छुटकारा दिलाने में सहायता करते है।
  • इन दोनों चिकित्साओं द्वारा संभाले जाने वाली बिमारिओ में कुछ समान्यताये भी है। उद्धरण द्वारा समझिये: यदि कोई मरीज मस्तिष्क के टूमओर से जूझ रहा है तो एक न्यूरोलॉजिस्ट इस अमरीज को ऑपरेशन के लिए न्यूरोसर्जन के पास भेज सकते है।
  • अपने सामान्य चिकिसक से संपर्क करे तथा उसनसे सुझाव ले की किस विषेद्याज्ञा से मिलने से आपको आपकी परेशानिओ से निजात मिकलेगा।

 एक विश्वसनीय सलाह

यदि आप भी ऐसी बिमारिओ से जूझ रहे है जिनका इलाज एक न्यूरोलॉजिस्ट या न्यूरोसर्जन ही कर सकते है तो बिना देर करते हुए न्यूरोसिटी हॉस्पिटल से संपर्क करे और अपनी साडी बिमारिओ का प्रभावी उपचार पाए।

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